जीवन के इस मोड़ पर, इक बात तो हम जान चुके हैं,
बाकी लोग ना माने लेकिन, हम तो यह मान चुके हैं
चहु ओर जो देखूं, दिखत हैं सब सुबालक हताश
It is safe to assume that nice guys indeed finish last
कछुए-खरगोश की कहानी में थोड़े lies हैं
Updated story में loser तो बेचारा tortoise है
कहानी में twist ना होता तो गाडी चलाते super fast
क्यूंकि भैय्या, nice guys always finish last
पता नहीं क्यूँ, लेकिन सब गलत ज्ञान का वितरण होता है
मेहनत का फल taste में आजकल कड़वा होता है
projects copy कर, तनिक और किया होता timepass
क्यूंकि भैय्या, nice guys always finish last
यह विचार कर, ना जाने कितने हैं जागे
की लंगूरों के हाथ प्रभु, अंगूर कैसे लागे,
हमने बोला ओ भगवन, यह कैसा है न्याय,
पहले मालूम होता, तो बुराई को हम करते high five
बस, अब तो बिलकुल नाही होवत है बर्दाश्त
हम अब पूछत हैं, nice guys काहे finish last?
भगवन बोले , अरे मंदाबुद्दी बालक!
कलयुग में करत हो, सतयुग की वकालत
यह तो कलयुग की रीत है,
अच्छाई पर बुराई की जीत है,
लो धरो, 'Gita for dummies' का latest kalyug version,नित - पाठ कर दूर करलो any confusion,
यदि समझ ना आये तो आ जाना मेरी class,
क्यूंकि अरे पार्थ!, nice guys always finish last.
6 comments:
1 ahe !
Devata!!
khupach chan ahe :)
Thengs thengs. :)
kaddak!!!
bore!!
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